
Image source : social media
Bilkul Sateek News
ED ने अप्पू घर समूह की कंपनी इंटरनेशनल रिक्रिएशन एंड एम्यूजमेंट लिमिटेड के दिवालिया होने के कारण 120.98 करोड़ रुपये मूल्य की अचल संपत्तियां कुर्क की हैं। ईडी एक्स पर एक पोस्ट में जानकारी दी कि इन संपत्तियों में गुरुग्राम के सेक्टर 29 में 25 एकड़ जमीन और सेक्टर 52 ए में 17 एकड़ जमीन के साथ-साथ अधूरी इमारतें शामिल हैं।
इन संपत्तियों को 24 दिसंबर को धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA), 2002 के प्रावधानों के तहत कुर्क किया गया था। ईडी के गुरुग्राम कार्यालय ने इंटरनेशनल रिक्रिएशन एंड एम्यूजमेंट लिमिटेड (IRAL), इसके प्रमोटरों राकेश बब्बर, ज्ञान विजेश्वर, रॉबिन विजेश्वर और इसके अन्य के खिलाफ धोखाधड़ी व आपराधिक साजिश के लिए गुरुग्राम पुलिस में कई प्राथमिकियां दर्ज कराई गई थी, जिनके आधार पर जांच शुरू की गई थी।
ED के अनुसार, आईआरएल ने गुरुग्राम के सेक्टर 29 और 52-ए में खुदरा दुकानों और वर्चुअल स्पेस के आवंटन का वादा करके 1,500 निवेशकों से 400 करोड़ रुपये से अधिक एकत्र किए थे। ष्हालांकि, इकाई परियोजना को पूरा करने में विफल रही और समय सीमा से चूक गई। साथ ही, निवेशकों को मासिक सुनिश्चित रिटर्न का भुगतान नहीं किया गया।
ED की जांच से पता चला है कि राकेश बब्बर, ज्ञान विजेश्वर, रॉबिन विजेश्वर के नेतृत्व में IRL के प्रमोटरों ने निवेशकों के फंड को हड़प लिया और संबंधित व्यक्तियों और संस्थाओं के पास फंड जमा कर दिया, जिसका इस्तेमाल निजी लाभ के लिए किया गया। साथ ही आईआरएल की बैलेंस शीट से व्यावसायिक अग्रिम को खत्म करने के लिए प्रमोटर निदेशकों और ईओडी के बीच बैक डेट में समझौता किया गया था, जिससे निदेशकों को आईआरएल के प्रति अपनी जिम्मेदारियों से बचने में मदद मिली।
न्यूज एजेंसी ANI के अनुसार ईडी का कहना है कि PMLA जांच से पता चला है कि कॉरपोरेट दिवाला समाधान प्रक्रिया (CIRP) कार्यवाही शुरू होने के छह साल बाद भी कोई समाधान योजना नहीं बनाई गई है, जिससे निवेशकों के हितों पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। ताजा कुर्की ईडी द्वारा इसी मामले में 28 मई को जारी 291.31 करोड़ रुपये की अनंतिम कुर्की के बाद की गई है, जिसकी पुष्टि पीएमएलए निर्णायक प्राधिकरण ने की है। अब तक इस मामले में 412.29 करोड़ रुपये की कुर्की हो चुकी है।