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गुरुग्राम, 7 अक्टूबर। गुरुग्राम और दिल्ली पुलिस ने एक संयुक्त मुठभेड़ में एक लाख के इनामी नेपाली बदमाश को ढेर कर दिया। मारा गया बदमाश दिल्ली के डॉक्टर की हत्या का आरोपी था। गुरुग्राम पुलिस को उसकी हाल ही में भाजपा नेता के घर पर चोरी के मामले में भी तलाश थी। पुलिस मुठभेड़ के दौरान बच निकले एक अन्य बदमाश की भी सरगर्मी से तलाश कर रही है।
पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार कुख्यात बदमाश भीम जोरा नेपाल का निवासी था उस पर दिल्ली के एक डॉक्टर की हत्या के बाद डकैती और गुरुग्राम में भाजपा महरौली की जिला अध्यक्ष ममता भारद्वाज के घर पर 22 लाख की चोरी करने का आरोप था। डॉक्टर की हत्या के बाद दिल्ली पुलिस ने इसकी गिरफ्तारी पर एक लाख का इनाम रखा था। मंगलवार अलसुबह गुरुग्राम और दिल्ली पुलिस की उससे साउथ दिल्ली के आस्था कुंज पार्क में मुठभेड़ हो गई। पुलिस टीम को देखते ही उसने और उसके एक साथी ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद पुलिस टीमों ने भी मोर्चा खोल दिया। इस जवाबी कार्रवाई में भीम जोरा गोली लगने से घायल हो गया, जबकि उसका साथी फायरिंग करते हुए फरार हो गया। इस मुठभेड़ में गुरुग्राम क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा भी बाल-बाल बच गए। घायल जोरा को पुलिस ने AIIMS ट्रामा सेंटर पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस अब उसके साथी की तलाश कर रही है।
गुरुग्राम सेक्टर 43 क्राइम ब्रांच को इनपुट मिला था कि भीम सिंह जोरा साउथ दिल्ली के आस्था कुंज पार्क में किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में है। क्राइम ब्रांच प्रभारी नरेंद्र ने बताया कि उन्होंने तुरंत इसकी जानकारी दिल्ली पुलिस अमर कॉलोनी थाना को दी। अमर कॉलोनी थाना एसएचओ ने DCP साउथ दिल्ली हेमंत तिवारी को बताया तो उन्होंने तुरंत एक टीम ऑपरेशन यूनिट स्पेशल स्टाफ के निरीक्षक राजेन्द्र डागर के नेतृत्व में गठित कर क्राइम ब्रांच के साथ मौके पर भेजी।
दोनों टीमें आस्था कुंज पार्क में पहुंची तो वहां पर भीम जोरा अपने एक अन्य साथी के साथ सीमेंट के बेंच पर बैठा था। पुलिस पार्टी को देखकर भीम जोरा और उसके साथी ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी। भीम जोरा की ओर से फायर की गई एक गोली इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा के बुलेटप्रूफ जैकेट पर जा कर लगी। बुलेट प्रूफ जैकेट पहने होने के कारण इंस्पेक्टर नरेंद्र शर्मा बाल बाल बच गए। उन्होंने आरोपियों को सरेंडर करने की चेतावनी देते हुए एक हवाई फायर किया, लेकिन भीम जोरा क्राइम ब्रांच की तरफ लगातार अंधाधुंध फायर करता रहा।
इसके बाद पुलिस की जवाबी फायरिंग में भीम जोरा गोली लगने से घायल हो गया, जबकि उसका साथी फायरिंग करते हुए फरार हो गया। इसके बाद पुलिस घायल जोरा को तुरंत AIIMS ट्रामा सेंटर ले गई, जहां इलाज के दौरान डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस टीमें अब जोरा के फरार साथी की तलाश कर रही
है।
इंस्पेक्टर नरेंद्र ने बताया कि भीम महाबहादुर जोरा पुत्र महाबहादुर जोरा मूल रूप से नेपाल का रहने वाला था। वह भारत में डकैती और हत्या के साथ साथ चोरी की बहुत सी वारदातों को अंजाम दे चुका था। दो अक्टूबर को आरोपी ने गुरुग्राम के सेक्टर 49 की पॉश सोसाइटी ओर्किड पेटल के विला नंबर 3 में महरौली BJP जिला उपाध्यक्ष ममता भारद्वाज के घर में अपने एक साथी युवराज थापा के साथ मिल कर 20 लाख की चोरी की थी। जुलाई 2025 सिविल लाइन में 3.5 लाख की चोरी की थी। इसके बाद से ही पुलिस को भीम जोरा की तलाश में लगी थी |मई 2024 में भीम जोरा ने अपने पांच अन्य साथियों के साथ मिलकर नई दिल्ली के जंगपुरा इलाके में डॉक्टर योगेश चंद्र पॉल के घर डकैती डाली थी। डॉक्टर योगेश चंद्र पॉल उस समय रसोई में थे तो आरोपियों ने रसोई में जाकर पहले उनकी हत्या कर दी। इसके बाद डकैती करके फरार हो गए। उस समय दिल्ली पुलिस आरोपी को गिरफ्तार नहीं कर पाई। हालांकि वारदात में शामिल चार आरोपी गिरफ्तार किए जा चुके हैं। इसी हत्या के मामले में एक साल पहले दिल्ली पुलिस ने भीम जोरा पर एक लाख रुपये और वन रैंक प्रमोशन का इनाम घोषित किया था।
जोरा गुरुग्राम में भी चोरी के दो मामलों में वांटेड था। इंस्पेक्टर नरेंद्र ने बताया कि उनकी टीम पिछले 17 महीने से भीम जोरा की तलाश में थी। सिपाही रोहित यादव बालौरिया को विशेष तौर पर इसके पीछे लगाया गया था। उन्होंने पहले भी विज्ञापन देकर लोगों को नेपाली नौकरों की वेरिफिकेशन की सलाह दी थी। पिछले महीने इस गैंग के तीन अन्य नेपाली सदस्यों को गिरफ्तार किया गया था। पुलिस अब इसके फरार साथी की तलाश कर रही है और नेपाल बॉर्डर पर निगरानी बढ़ाई गई है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया है कि घरेलू नौकरों की आधार और पासपोर्ट वेरिफिकेशन अनिवार्य रूप से करें।
गुरुग्राम पुलिस ने दो दिन पहले ही जोरा के साथ युवराज थापा निवासी नेपाल को गिरफ्तार किया था। दोनों ने मिलकर भाजपा की महरौली जिला अध्यक्ष ममता भारद्वाज के घर लाखों रुपये की चोरी की थी। पूछताछ में पता चला था कि जुलाई में सिविल लाइन थाने के अंतर्गत साढ़े 3 लाख की चोरी जोरा ने ही करवाई थी। दिल्ली के डॉ. योगेश चंद्र पॉल (63) की हत्या के बाद डकैती में भी इनके नाम सामने आए थे।



