
गुरुग्राम। वित्तीय प्रबंधन में लगातार चुनौतियों का सामना कर रहे गुरुग्राम नगर निगम ने वित्त वर्ष 2025-26 के लिए अपना बजट तैयार कर लिया है। इस बार निगम ने 1500 करोड़ रुपये की आय का लक्ष्य निर्धारित किया है, जबकि 1400 करोड़ रुपये के व्यय की योजना बनाई है। इससे नगर के विकास को रफ्तार दी जाएगी।
निगम अधिकारियों ने आयुक्त के साथ बैठक कर बजट को स्थानीय स्तर पर मंजूरी दे दी है और अब इसे अंतिम स्वीकृति के लिए शहरी स्थानीय निकाय विभाग को भेजा जाएगा। सरकार से मंजूरी मिलने के बाद बजट से जुड़े कार्यों पर अमल शुरू होगा। गुरुग्राम नगर निगम प्रत्येक वर्ष फरवरी में अपनी आय और व्यय का विस्तृत विवरण तैयार करता है। इसमें यह तय किया जाता है कि विभिन्न विकास परियोजनाओं के लिए कितनी धनराशि खर्च होगी और निगम को किन-किन स्रोतों से राजस्व प्राप्त होगा। हालांकि, पिछले कुछ वर्षों में निगम की वित्तीय स्थिति असंतुलित रही है।
इस बार भी नगर निगम ने अपनी आय बढ़ाने पर विशेष ध्यान दिया है, लेकिन निर्धारित लक्ष्य कितना पूरा हो पाएगा, यह आगामी छह महीनों में ही स्पष्ट होगा। बीते वर्ष 2024-25 में निगम ने 1550 करोड़ रुपये की आय का लक्ष्य रखा था, लेकिन वास्तविक आय केवल 940 करोड़ रुपये तक ही पहुंच सकी। वहीं, 1495 करोड़ रुपये खर्च करने की योजना थी, लेकिन कुल खर्च 1020 करोड़ रुपये ही हुआ।
वर्ष 2019 में नगर निगम के खातों में करीब 1100 करोड़ रुपये जमा थे, लेकिन अब यह राशि घटकर 300 करोड़ रुपये रह गई है। इसका मुख्य कारण यह है कि निगम की आय के स्रोत सीमित हो रहे हैं, जबकि सड़क, फ्लाईओवर, अंडरपास, मेडिकल कॉलेज, बिल्डिंग और पार्किंग जैसी विकास परियोजनाओं पर करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं।