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गुरुग्राम, 25 दिसंबर। गुरुग्राम के एक अस्पताल में भर्ती नवजात शिशु 15 वर्षीय नाबालिग लड़की का निकला। शिशु को बिना मुख्य चिकित्सक की अनुमति के अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल संचालक ने मानव तस्करी का शक होने पर पुलिस को बुला लिया था। बाद में शिशु को परिजनों को सौंप दिया गया।
मामला बसई चौक स्थित एसएस अस्पताल का है। बिना मुख्य डॉक्टर की जानकारी के एक शिशु को भर्ती करवाने की भनक जब अस्पताल संचालक डॉ. श्याम सिंह को लगी तो उन्होंने तुरंत बच्चों की तस्करी का शक जताते हुए सेक्टर-9 थाना पुलिस को सूचना दी। डॉक्टर ने अपनी पार्टनर पर गंभीर आरोप लगाए। सूचना मिलते ही सेक्टर-9 थाना पुलिस की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने अस्पताल संचालक डॉ. श्याम सिंह से विस्तृत शिकायत दर्ज की और तुरंत जांच-पड़ताल शुरू कर दी। अस्पताल के रिकॉर्ड्स की छानबीन की गई, स्टाफ से पूछताछ हुई और संदिग्ध व्यक्तियों की तलाश की गई।
पुलिस ने नवजात के असली माता-पिता का पता लगा लिया। जिसके बाद देर रात पुलिस ने शिशु को सुरक्षित उसके परिजनों का सौंप दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि प्रारंभिक जांच में बच्चे के माता-पिता की पहचान सत्यापित हो गई और वे वैध पेरेंट्स पाए गए हैं। बच्चे की सेहत ठीक है और कोई खतरा नहीं था।
वहीं, डॉक्टर श्याम सिंह ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि नवजात को अस्पताल में भर्ती करवाया गया था, लेकिन इसकी जानकारी या अनुमति नहीं ली गई। वहीं, पुलिस जांच में पता चला कि यह शिशु एक 15 साल की नाबालिग रेप पीड़ित लड़की का है और इस संबंध में पहले ही सेक्टर 10ए थाने में एफआईआर दर्ज है। डॉक्टर श्याम सिंह ने बताया कि इस बारे में कोई पूर्व सूचना नहीं थी और परिस्थितियां संदिग्ध लगी। बच्चों की तस्करी के बढ़ते मामलों को देखते हुए उन्होंने कोई जोखिम नहीं उठाना चाहा और फौरन पुलिस को अलर्ट कर दिया।
उधर, सेक्टर 9 थाना प्रभारी सुनील ने बताया कि डॉक्टर की शिकायत पर जांच की गई तो यह लड़का रेप पीड़ित का मिला। उनकी जानकारी में यह मामला है और परिजनों को बच्चे की कस्टडी दे दी है। इस बच्चे को पीलिया था, जिसको इलाज के लिए निजी अस्पताल लाया गया था।
उन्होंने बताया कि पुलिस इस मामले में सभी पहलुओं की गहन जांच जारी रखी है। अस्पताल में भर्ती प्रक्रिया की अनियमितता, स्टाफ की भूमिका और डॉक्टर की पार्टनर के खिलाफ लगाए आरोपों की भी पड़ताल की जा रही है। यदि कोई लापरवाही या नियम उल्लंघन पाया गया तो सख्त कार्रवाई की जाएगी।



