
सेक्टर 15 पार्ट 1 में बंदरों व कुत्तों का आतंक
पिछले तीन महीने में 15 से 20 लोगों पर कर चुके हैं हमला
एक डॉक्टर दो महीने के रेस्ट पर, 3 लाख इलाज पर खर्च
बच्चों व बुजुर्गों का घर से अकेले निकलना हुआ मुश्किल
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 10 अप्रैल। गुरुग्राम के सेक्टर 15 में आजकल बंदरों व कुत्तों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है। आज सुबह यहां पर एक बंदर ने 55 वर्षीय महिला पर हमला कर दिया। जिसमें महिला बुरी तरह से घायल हो गई। महिला के सिर में 6 से 7 टांके आए हैं। जिससे पूरे क्षेत्र में दशहत का माहौल है।
सेक्टर 15 पार्ट 1 में रहने वाले पेशे से वकील गौरव भारद्वाज ने बताया कि 55 वर्षीय निशा गौंडर पर आज सुबह करीब 9 बजे एक बंदर ने हमला कर दिया। इस हमले में बंदर ने उनको बुरी तरह से नोंचा। जिससे डॉक्टर को उनके सिर पर 6 से 7 तक टांके लगाने पड़े। निशा के शरीर के अन्य भागों में भी बंदर के नोंच जाने के निशान है।
गौरव ने इसको लेकर एमएसजी के संयुक्त आयुक्त को आज एक पत्र भी लिखा है। जिसमें उन्होंने क्षेत्र में आतंक मचा रहे बंदरों और कुत्तों के बारे में जानकारी देते हुए इस समस्या के स्थायी समाधान की मांग की है।
गौरव ने बताया कि पिछले तीन महीने में बंदर और कुत्ते यहां पर 15 से 20 लोगों के ऊपर हमला कर चुके हैं। उन्होंने बताया कि 15 दिन पहले एनएच145 में किसी मरीज को देखने आए फिजियोथेरेपिस्ट डॉक्टर पर पांच से छह कुत्तों ने हमला कर दिया। उनसे बचने के लिए डॉक्टर साहब ने बाइक की रफ्तार तेज कर दी। जिससे उनका भयानक एक्सीडेंट हो गया और वे बुरी तरह से घायल हो गए। दो दिन पहले ही डॉक्टर साहब का ऑपरेशन हुआ, जिसमें उनका लगभग तीन लाख रुपये खर्च हो गया। साथ ही डॉक्टर साहब को दो महीने का पूरी तरह से बेड रेस्ट बताया गया है।
गौरव ने बताया कि बंदरों ने तो क्षेत्र में इतना आतंक मचाया हुआ है कि वे कभी भी किसी के घर में घुस जाते हैं। बंदरों ने पिछले तीन महीने में क्षेत्र के लोगों का लाखों का नुकसान कर दिया है। वे कभी गमले गिरा देते हैं तो कभी किसी के सामान को तोड़ देते हैं। गमले गिरने से जहां नीचे खड़ी गाड़ियों को नुकसान पहुंचता हैं, वहीं नीचे से गुजर रहे किसी भी व्यक्ति को जान का खतरा हो सकता है।
उन्होंने कहा कि बंदरों और कुत्तों के आतंक से बच्चों और बुजुर्गों का घर से अकेला निकलना तक मुश्किल हो गया है। बच्चे डर के माहौल में स्कूल आते जाते हैं। बच्चों का घर से बाहर जाकर खेलना बंद हो चुका है। आज की घटना से क्षेत्रवासियों के बीच और डर का माहौल कायम हो गया है।
गौरव ने प्रशासन से अपील की है कि जल्द से जल्द क्षेत्र को बंदरों और कुत्तों के आतंक से मुक्ति दिलाई जाए।