
डीसी अजय कुमार प्रतिदिन कर रहे व्यवस्थाओं की समीक्षा
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 20 मई। गुरुग्राम में मानसून से पहले जलभराव की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने पूरी तैयारी शुरू कर दी है। उपायुक्त अजय कुमार लगातार हालात पर नजर रखे हुए हैं और यह सुनिश्चित करने में लगे हैं कि इस बार राष्ट्रीय राजमार्ग-48 समेत शहर के बाकी हिस्सों में पानी जमा न हो। इसके लिए वे रोजाना अधिकारियों के साथ बैठक करके जरूरी निर्देश दे रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने मंगलवार को नगर निगम गुरुग्राम और एनएचएआई अधिकारियों की एक संयुक्त बैठक की अध्यक्षता कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए।
पिछले साल जिन इलाकों में ज्यादा जलभराव हुआ था, वहां इस बार समय रहते सभी जरूरी इंतजाम पूरे करने के साफ निर्देश दिए गए हैं। खासतौर पर अंडरपासों में पानी जमा न हो, इसके लिए उनकी एंट्री पर टेबल टॉप स्पीड ब्रेकर बनाए जा रहे हैं और ज्यादा क्षमता वाले पंप लगाए जा रहे हैं।
डीसी ने ये भी कहा है कि हाईवे के नीचे बने सभी नाले और पानी की निकासी के रास्तों की समय पर सफाई हो, ताकि बारिश का पानी आसानी से बह सके। इसके लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण और नगर निगम को अपने-अपने क्षेत्रों में जल निकासी की व्यवस्था बेहतर करने को कहा गया है।
नगर निगम को ये भी कहा गया है कि लोगों को समझाएं कि वे खुले नालों में कचरा न फेंकें। इसके लिए तय जगहों पर बड़े कूड़ेदान लगाए जाएं ताकि नाले जाम न हों। डीसी ने अधिकारियों से साफ कहा है कि जिन जगहों पर जलभराव की आशंका ज्यादा रहती है, वहां सफाई का काम समय पर पूरा कर लिया जाए।
बैठक में नगर निगम आयुक्त प्रदीप दहिया ने भी सभी विभागों से तालमेल के साथ काम करने को कहा। उन्होंने नालियों की सफाई, कचरे के निपटान और जन जागरूकता को प्राथमिकता देने की बात कही। उन्होंने ये भी कहा कि जहां जरूरत हो, वहां अतिरिक्त कर्मचारियों और संसाधनों की व्यवस्था की जाए ताकि किसी भी हालात से समय रहते निपटा जा सके।
बैठक में अदिति सिंघानिया एसीयूटी, एनएचएआई से ध्रुव गुप्ता, उद्योग विहार के जीडीएम अरुण कुमार गर्ग और जीएमडीए के अभियंता विक्रम सिंह भी मौजूद थे।