Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 28 अक्टूबर। गुरुग्राम के देवीलाल कालोनी में न्यू जन कल्याण समिति द्वारा बनाए गए अस्थाई पवित्र सरोवर में पूर्वी राज्यों से आकर जिले में बसे लोगों ने बड़ी ही श्रद्धा के साथ छठ पर्व मनाया। दंपतियों ने व्रत रखा और अस्थाई घाट के पानी में उतरकर सूरज को अर्ध देकर पूजा अर्चना की। इस दौरान देवीलाल कालोनी में छठ पूजा के पारंपरिक गीत सुनाई दिए।
इससे पहले सभी व्रतियों ने छठ माता की बनी वेदियों पर पूजा करके संतान की खुशहाली की कामना की। सूर्य भगवान को अर्ध्य देकर व्रत संपन्न हुआ। छठ का पर्व संतान प्राप्ति और परिवार में सुख समृद्धि के लिए मनाया जाता है। पूर्वी भारत के त्योहार छठ पर्व की छटा गुरुग्राम में भी देखने को मिली।
गुरुग्राम के कोने-कोने से लोग देवीलाल कालोनी में न्यू जन चेतना समिति द्वारा आयोजित छठ पर्व मनाने के लिए आए। छठ पर्व में भगवान सूर्य और उनकी बहन जिन्हें छठी मइया भी कहते है उनकी पूजा की जाती है। लोग निरोगी काया और संतान की सुख समृद्धि की कामना करते हैं और भगवान सूर्य को अर्ध्य देकर उनकी पूजा करते हैं।
छठ पर्व बहुत ही कठिन होता है। जिसे चार दिन मनाया जाता है। इसमें बिना पानी पिये और कुछ खाए ही रहा जाता है। छठ पर्व में महिलाएं खरना के साथ पर्व की शुरुआत करती है। वैसे तो छठ पर्व में उगते हुए सूर्य और डूबते हुए सूर्य की पूजा होती है, लेकिन इसकी शुरुआत खरना से होती है जिसमें व्रती महिलाएं मीठे चावल का भोग लगाकर निर्जला व्रत की शुरुआत करती हैं।
आज सुबह भारी संख्या में छठव्रत धारियों ने जल के अंदर खड़े होकर सूर्य भगवान की पूजा अर्चना की और छठ महापर्व के समापन पर उगते हुए सूर्य को अर्ध्य दिया। सूर्य भगवान को अर्ध्य देने के बाद व्रतधारी महिलाएं और पुरुष अपने घर की ओर लौटने शुरू हो गए।



