सीएसआर के तहत होगा 10 करोड़ रुपये का प्रारंभिक निवेश, निगम क्षेत्र में बढ़ेगा पशु कल्याण का दायरा
एमओयू के तहत स्ट्रीट डॉग्स के बंधीकरण व टीकाकरण, एबीसी सेंटर संचालन, एनिमल अस्पताल का निर्माण, एनिमल क्रिमेटोरियम, मोबाइल हेल्थ क्लिनिक वाहन संचालन की व्यापक योजना
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 28 अक्टूबर। नगर निगम गुरुग्राम और वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल फाउंडेशन के बीच मंगलवार को शहर में पशु कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण एमओयू हस्ताक्षरित किया गया। यह समझौता वेदांता ग्रुप के अनिल अग्रवाल फाउंडेशन द्वारा सीएसआर के तहत किया गया है, जिसके माध्यम से निगम क्षेत्र में पशु कल्याण के क्षेत्र में उल्लेखनीय सुधार लाने का लक्ष्य रखा गया है। ग्रुप द्वारा अगले तीन माह के भीतर कार्य शुरू कर दिया जाएगा।
एमओयू पर नगर निगम की ओर से निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने हस्ताक्षर किए, जबकि वेदांता ग्रुप की ओर से अनिल अग्रवाल फाउंडेशन की अध्यक्ष रितु झिंगोन ने समझौते पर हस्ताक्षर किए। इस अवसर पर अतिरिक्त निगमायुक्त रविंद्र यादव, संयुक्त आयुक्त डॉ. प्रीतपाल सिंह, हरियाणा सीएसआर ट्रस्ट के मुख्य कार्यकारी अधिकारी गौरव सिंह तथा वेदांता लिमिटेड की नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर एवं हिन्दुस्तान जिंक लिमिटेड की चेयरपर्सन प्रिया अग्रवाल उपस्थित रहीं। यह एमओयू 15 वर्ष के लिए किया गया है तथा इसे अतिरिक्त 15 वर्ष के लिए बढ़ाया जा सकता है।
एमओयू के अनुसार नगर निगम क्षेत्र में स्ट्रीट डॉग्स का बंधीकरण एवं टीकाकरण किया जाएगा। इसके साथ ही बेगमपुर खटोला और बसई स्थित एनिमल बर्थ कंट्रोल (एबीसी) सेंटरों का संचालन भी किया जाएगा। परियोजना की आवश्यकता के अनुसार आगे एबीसी सेंटरों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी, ताकि सभी वार्डों में इस अभियान को प्रभावी रूप से लागू किया जा सके। इसके अतिरिक्त मोबाइल हेल्थ क्लीनिक वाहन चलाया जाएगा और भविष्य में एनिमल अस्पताल और एनिमल क्रिमेटोरियम का निर्माण भी किया जाएगा। इस परियोजना के लिए प्रारंभिक रूप से 10 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। यह राशि बंधीकरण, टीकाकरण, पशु देखभाल केंद्रों के उन्नयन और आवश्यक संसाधनों की व्यवस्था पर खर्च की जाएगी।
निगमायुक्त प्रदीप दहिया ने कहा कि यह व्यवस्था न केवल पशु कल्याण के लिए आवश्यक है, बल्कि यह शहरी स्वच्छता और नागरिक सुरक्षा की दृष्टि से भी अहम कदम है। एमओयू के माध्यम से निगम का लक्ष्य है कि शहर में एक भी क्षेत्र ऐसा न बचे, जहां स्ट्रीट डॉग्स का वैज्ञानिक और मानवीय तरीके से प्रबंधन न हो।
वेदांता लिमिटेड की नॉन एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर प्रिया अग्रवाल ने कहा कि हमारा उद्देश्य समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए ऐसे कार्यों को प्रोत्साहित करना है जो जन-हित और पशु-हित दोनों से जुड़े हों। गुरुग्राम में यह पहल हमारी सीएसआर प्रतिबद्धता का हिस्सा है और हम इसे दीर्घकालिक रूप से सफल बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
इस साझेदारी से गुरुग्राम शहर में एक संतुलित और मानवीय डॉग मैनेजमेंट सिस्टम विकसित होगा, जिससे न केवल आवारा कुत्तों की संख्या नियंत्रित होगी बल्कि रेबीज जैसी बीमारियों की रोकथाम में भी मदद मिलेगी। नगर निगम का लक्ष्य है कि अगले कुछ वर्षों में शहर को रेबीज फ्री और स्ट्रे डॉग्स के प्रति संवेदनशील मॉडल सिटी के रूप में स्थापित किया जाए।



