इंडस्ट्री ऑल ग्लोबल यूनियन का तीन दिवसीय अधिवेशन
4 से 6 मार्च तक चला अधिवेशन
भारतीय ऑटोमोटिव उद्योगः परिप्रेक्ष्य और चुनौतियां विषय पर चर्चा
कुलदीप जांघू ने दमदार तरीके से उठाई मजदूरों हितों की आवाज
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 8 मार्च। पुणे में आयोजित इंडस्ट्री ऑल ग्लोबल यूनियन के तीन दिवसीय अधिवेशन में दुनिया भर से आए नेताओं ने श्रमिकों के हितों पर चर्चा की। ऑटोमोटिव सेक्टर वर्ल्ड कांफ्रेंस में श्रमिकों की नौकरियों पर मंडरा रहे खतरे, अनुबंध कर्मियों को स्थायी ना किया जाना, फ्लेक्सी मैनपॉवर का चलन बढ़ना, सरकारों द्वारा श्रम कानूनों को उद्योगपतियों के हितों में बनाना, यूनियनों को खत्म करना, अस्थाई कर्मचारियों के शोषण, छंटनी आदि पर विस्तार से चर्चा हुई।
अधिवेशन में गुरुग्राम से कुलदीप जांघू ने गुडगांव, मानेसर, बावल, टपूकडा, नीमराना आदि की दर्जनों ऑटो सेक्टर की कंपनियों में कार्यरत मजदूरों के हितों की आवाज दमदार तरीके से उठाई। मजदूर हित में लगातार सक्रिय रहने वाले कुलदीप जांघू ने मजदूरों को संगठित करने पर जोर दिया। और यूनियन विहीन कंपनियों में इनको बनवाने की आवश्यकता पर बल दिया। अधिवेशन 4 से 6 मार्च तक आयोजित किया गया। जिसमें पूरे देश से लगभग 80 और विदेशों से 50 कामरेड आए।



