
गुरुग्राम, 12 जून। पुलिस उपायुक्त यातायात डॉ. राजेश मोहन ने आज अपने कार्यालय में नई मुहिम ‘चालान नहीं सलाम मिलेगा’ का शुभारंभ किया। इस दौरान सहायक पुलिस आयुक्त यातायात मुख्यालय/ हाईवे सत्यपाल यादव, सहायक पुलिस आयुक्त यातायात पूर्व विरेंद्र सिंह, सहायक पुलिस आयुक्त यातायात पश्चिम जयसिंह, यातायात निरीक्षक संदीप सिंह, उप निरीक्षक राकेश कुमार और 5 ट्रैफिक हीरो श्याम, अजय, प्रिया, ममता, सुरेंद्र समेत अन्य यातायात पुलिस अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद थे।
पुलिस उपायुक्त यातायात डॉ. राजेश मोहन ‘चालान नहीं सलाम मिलेगा‘ ने अभियान की शुरुआत अपने कार्यालय से की। इस आयोजन के दौरान आईसीसीसी की गणना के आधार पर 1 से 30 मई तक अपने सफर के दौरान यातायात नियमों की पालना करते हुए अपने वाहन का चालान जारी न होने के आधार पर सबसे ऊपर चुने गए 5 ट्रैफिक हीरो को प्रशंसा पत्र देकर प्रोत्साहित किया। डॉ. राजेश मोहन ने बताया कि जैसे फिल्म के हीरो का लोग अनुसरण करते हैं। उसी प्रकार मेरी गुरुग्रामवासियों से ये अपील है कि वे भी इन चुने गए ट्रैफिक हीरो की तरह यातायात नियमों का पालन करे। इस अनोखी मुहिम की शुरुआत करने का मुख्य उद्देश्य लोगों को यातायात नियमों की पालना करने के प्रति अधिक से अधिक जागरूक करना, उनको सुरक्षित रखना है। इसके अलावा यातायात नियमों की पालना करने वाले वाहन चालकों की संख्या को अधिक से अधिक बढ़ाकर लोगों को प्रोत्साहित करना है। भविष्य में इन ट्रैफिक हीरो की तादाद को भी बढ़ाया जाएगा। वर्ष 2024 में 30 मई से जनवरी तक में चालानो का आकंडा 2 लाख 90 हजार था जो वर्ष 2025 में मई महीने तक 5 लाख 23 हजार तक पहुंच गया है। इस अभियान के तहत लोगों को जागरुक करके लगभग दोगुनी चालान संख्या को भी करना है, ताकि लोगों पर आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा। सभी अभिभावकों से अनुरोध है कि वे 18 वर्ष से कम आयु के अपने बच्चांे को वाहन न चलाने दें। पिछले वर्ष 2024 में करीब 1000 सड़क हादसो में करीब मे 450 लोगों की जान गई थी जिसमें अधिकतर युवा चालक शामिल थे।
डॉ राजेश मोहन ने बताया कि ‘चालान नहीं सलाम मिलेगा’ मुहिम के तहत…
1. एएनपीआर कैमरे की सहायता से यात्रा के दौरान वाहन चालकों द्वारा यातायात नियमों की पालना करने वाले 5 ट्रैफिक हीरो हर महीने चुने जाएंगे और उनको सम्मानित भी किया जाएगा। दिनांक 12.05.2025 को जिनका चालान अभी तक नहीं हुआ है उन 5 लोगों को ट्रैफिक पुलिस कार्यालय में सम्मानित भी किया जाएगा।
2. इसमें यातायात पुलिस के साथ स्वेच्छा से काम करने जैसे हादसों को कम करने के लिए सुझाव देना चौक-चौराहा पर यातायात पुलिस के साथ मिलकर काम करने वाले वॉलिंटियर्स भी चुने जाएंगे और उनके लिए हेल्प डेक भी बनाई जाएगी।
3. प्रत्येक सप्ताह होने वाले चालान के डाटा को भी सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर सार्वजनिक किया जाएगा, ताकि उन चालानों को देखकर और उनसे शिक्षा लेकर यातायात नियमों की पालना अधिक से अधिक कराई जा सके। और इससे प्रत्येक सप्ताह किसी एक यातायात अवहेलना करने वाले चालकों पर भी अंकुश लगेगा।
4. यातायात सुरक्षा रथ के साथ मिलकर लोगों को अधिक से अधिक जागरूक किया जाएगा जिसमें नुक्कड़ नाटक क्विज कंपटीशन आदि का आयोजन कराया जाकर उनमें जीतने वाले प्रतिभागियों को इनाम भी वितरित किया जाएगा और सेल्फी प्वाइंट बनाया जाएगा जिसमें लोग अपनी फोटो भी ले सकेंगे।
5. ओला, उबर कंपनियों, ट्रक यूनियन और ऑटो चालकों आदि को जागरूक करने के लिए ट्रैफिक सेफ्टी पार्क में ले जाकर उनको यातायात नियमों की जानकारी दी जाएगी।
6. इस मुहिम के तहत अलग-अलग एरिया में यातायात नियमों की जागरूकता पाठशालाओं का आयोजन किया जाएगा और उनको प्रत्येक दो सप्ताह के बाद इन जागरूकता पाठशालाओं से होने वाले फायदों का मूल्यांकन भी किया जाएगा। यातायात पुलिस गुरुग्राम द्वारा इस मुहिम के तहत न केवल लोगों में उत्सुकता जागृत होगी बल्कि इससे यातायात नियमों की पालना करने से उनको हो रही चालानों के जुर्माने से भी निजाद मिलेगी।
इस आयोजन के दौरान सभी 5 ट्रैफिक हीरों ने भी अपने अपने विचार साझा किए जिसमें श्याम ने बतलाया कि वो पिछले कई वर्षों से वाहन चला रहे हैं और यातायात नियमों की पालना करके खुद व दूसरों को भी सुरक्षित रखते है। प्रिया ने बताया कि अपने माता-पिता के द्वारा बार-बार यातायात नियमों की पालना करने की बातों को ध्यान मे रखकर ही अपना वाहन चलाकर सिकंदरपुर से अपने कालेज तक रोज जाती हूं और यातायात नियमों की पूरी तरह से पालना करती हूं। सुरेद्र ने बताया कि मेरे पास जो भी वाहन है उन सभी के कागजात सही समय पर रिन्यू करा लेता हूं और पिछले 45 वर्षों से वाहन चला रहा हूं। आज तक मेरा कोई भी चालान नहीं हुआ है। सभी पांचों ट्रैफिक हीरो ने यातायात पुलिस के द्वारा सम्मानित होने पर यातायात पुलिस गुरुग्राम का धन्यवाद किया और चलाए जा रहे ‘चालान नहीं सलाम मिलेगा’ अभियान को सफल बनाने मे अपना अहम योगदान देने का भी वचन दिया। यातायात पुलिस ने यह नई मुहिम चलाकर बहुत ही अच्छा कार्य किया है। इससे न केवल लोगों में यातायात नियमों की पालना करने की जागृति आएगी बल्कि होने वाले सड़क हादसों और चालानों में भी कमी आएगी। इस अभियान से लोगों का सफर भी और अधिक सुरक्षित होगा।