
डीसी अजय कुमार ने कहा, यह केवल एक सांस्कृतिक गतिविधि नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी में राष्ट्रप्रेम, भाईचारे और सेवा भाव की अमूल्य शिक्षा देने वाला कार्य
गुरुग्राम, 12 अगस्त। आजादी का अमृत महोत्सव के अंतर्गत् जिले में चल रहे “हर घर तिरंगा” अभियान ने एक भावनात्मक और प्रेरणादायी रूप ले लिया, जब जिले के विभिन्न विद्यालयों की छात्राओं ने देश की सीमाओं पर तैनात वीर सैनिकों के लिए अपने हाथों से राखियां तैयार कीं। ये राखियां विशेष रूप से तिरंगा थीम पर बनाई गईं, जिनमें राष्ट्रीय ध्वज के तीनों रंगों ‘केसरिया, सफेद और हरा’ को विशेष रूप से उकेरा गया।
राखियों के साथ बेटियों ने भावपूर्ण पत्र और शुभकामना संदेश भी भेजे। इन संदेशों में मातृभूमि की रक्षा में सैनिकों के अदम्य साहस, अनुशासन और बलिदान के प्रति गहरी श्रद्धा और आभार प्रकट किया गया। कई बेटियों ने अपने पत्रों में लिखा कि वे भले ही अपने परिवार और घर से दूर सरहद पर हैं, लेकिन इस राखी के माध्यम से उन्हें यह अहसास होगा कि पूरा देश उनके साथ खड़ा है। कुछ छात्राओं ने सैनिक भाइयों को “देश के असली रक्षक” और “भारत की ढाल” जैसे संबोधनों से सम्मानित किया।
डीसी अजय कुमार ने इस पहल की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए कहा कि यह केवल एक सांस्कृतिक गतिविधि नहीं, बल्कि आने वाली पीढ़ी में राष्ट्रप्रेम, भाईचारे और सेवा भाव की अमूल्य शिक्षा देने वाला कार्य है। उन्होंने कहा, “हर घर तिरंगा अभियान का उद्देश्य केवल तिरंगा फहराना नहीं, बल्कि देश के प्रति प्रेम, एकता और त्याग की भावना को जन-जन तक पहुंचाना है। बेटियों की यह पहल हमें याद दिलाती है कि देशभक्ति केवल शब्दों में नहीं, बल्कि कर्मों में भी होनी चाहिए।”
अभियान के अंतर्गत जिले के विभिन्न विद्यालयों में इस अवसर पर देशभक्ति गीत, भाषण, चित्रकला प्रतियोगिता, निबंध लेखन, तिरंगा थीम पर हस्तकला निर्माण तथा अन्य रचनात्मक गतिविधियां भी आयोजित की गईं। शिक्षकों ने विद्यार्थियों को राष्ट्रीय ध्वज के महत्व और उसकी गरिमा के बारे में विस्तार से बताया।
जिला प्रशासन ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे अपने घर, प्रतिष्ठान और संस्थानों पर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर इस ऐतिहासिक अवसर का हिस्सा बनें। प्रशासन ने यह भी सुनिश्चित किया है कि सभी ग्राम पंचायतों, शहरी क्षेत्रों और संस्थानों में तिरंगा उपलब्ध हो और आमजन तक इस अभियान की भावना पहुंच सके। उन्होंने कहा कि स्कूलों की बेटियों की यह पहल न केवल सैनिक भाइयों के दिलों में देशवासियों के प्यार और सम्मान का संदेश लेकर जाएगी, बल्कि यह भावी पीढ़ी को भी यह सिखाएगी कि भारत की एकता, अखंडता और स्वतंत्रता की रक्षा में हर नागरिक की भूमिका महत्वपूर्ण है।