
नूंह : नूंह पुलिस को बड़ी सफलता मिली है। पुलिस ने 2020 में हुए याकूब हत्याकांड का खुलासा कर दो फरार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। ये आरोपी पिछले साढ़े चार साल से फरार थे। पुलिस ने इन पर 5-5 हजार रुपये का इनाम भी रखा था।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि याकूब की हत्या 2020 में हुई थी, जब वह अपने गांव के एक व्यक्ति के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर कहीं जा रहे थे। रास्ते में उनकी हत्या कर दी गई थी। इस मामले में पुलिस ने पहले चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था, लेकिन दो आरोपी राशिद और आलम फरार चल रहे थे।
पुन्हाना सीआईए प्रभारी संदीप मोर के नेतृत्व में गठित टीम ने गुप्त सूचना के आधार पर रविवार को दोनों आरोपियों को एक ठिकाने से गिरफ्तार किया। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान राशिद पुत्र फतेह मोहम्मद उर्फ जोली और आलम पुत्र जुहरु निवासी साकरस थाना फिरोजपुर झिरका के रूप में हुई है।
पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि याकूब हत्याकांड में राशीद और आलम फरार चल रहे थे। इन पर 05-05 हजार रुपये का इनाम था। रविवार को पुन्हाना सीआईए प्रभारी संदीप मोर की टीम को उपरोक्त दोनों आरोपियों के एक ठिकाने की सूचना मिली थी। जिसके आधार पर दबिश देकर दबोच लिया गया। उन्होंने बताया कि वर्ष 2020 के याकूब हत्याकांड में पहले चार आरोपियों की गिरफ्तारी हो चुकी थी। जबकि अन्य की गिरफ्तारी बाकी थी। जिनमें से आलम और राशिद को अदालत ने फरार घोषित किया था। पुलिस की ओर से दोनों पर पांच-पांच हजार का इनाम घोषित था।
पुलिस प्रवक्ता के मुताबिक वर्ष 2020 में मौहलाका निवासी याकूब देर शाम गांव के ही एक व्यक्ति के साथ मोटरसाइकिल पर सवार होकर निकला था। घर नहीं लौटा तो परिजनों ने अपने स्तर पर खोजबीन शुरू की। इस दौरान याकूब साकरस के जंगल में मृत अवस्था में मिला। जिसके शरीर पर चोट के निशान मिले थे। पुलिस ने मृतक के बेटे के बयान पर अज्ञात के विरुद्ध हत्या का केस दर्ज कर जांच शुरू की। जिनके साथ याकूब घर से निकला था, उसी कड़ी से पुलिस ने जांच शुरू की। फिर तकनीकी माध्यम के आधार पर पुलिस ने चार लोगों की गिरफ्तारी की। जबकि अन्य आरोपी फरार थे।
आरोपी लड़की बनकर लोगों को झांसे में लेकर अज्ञात स्थान पर बुलाकर लूटपाट करते थे। इसी तरह आरोपियों ने याकूब को भी झांसे में लकेर साकरस जंगल में बुलाया था। जहां पर आरोपियों से झड़प हुई तो याकूब के गुप्तांग पर वार किया। पोस्टमार्टम रिपोर्ट के मुताबिक याकूब की मौत अत्यधिक नशा और गुप्तांगो में लगी चोटों के कारण हुई थी।