
चंडीगढ़ : पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हरियाणा में मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। गुरुवार को प्रदेश के कई जिलों में बारिश और ओलावृष्टि दर्ज की गई, जिसके बाद शुक्रवार सुबह घना कोहरा छा गया। हिसार सहित कई इलाकों में दृश्यता कम रही, जिससे यातायात भी प्रभावित हुआ।
मौसम विभाग के अनुसार, शुक्रवार को भी हरियाणा के उत्तरी जिलों में हल्की बारिश की संभावना है। 24 और 26 फरवरी को कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम में और बदलाव आने की उम्मीद है। मौसम विशेषज्ञ डॉ. चंद्रमोहन के मुताबिक, वीरवार को उत्तर-पूर्वी और मध्य हरियाणा में हल्की बारिश हुई, जबकि दिनभर 5-6 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलती रहीं। शाम होते-होते पंजाब से सटे जिलों में बारिश दर्ज की गई, जिससे तापमान में गिरावट आई।
फतेहाबाद के जाखल मंडी और टोहाना, हिसार के उकलाना, पानीपत, करनाल और कैथल के कलायत में ओलावृष्टि हुई। बारिश और तेज हवाओं के कारण दिन का तापमान 4.7 डिग्री तक गिर गया। हालांकि, रोहतक में अधिकतम तापमान 26.8 डिग्री दर्ज किया गया, जो कि पूरे प्रदेश में सबसे ज्यादा रहा।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि अगले दो दिनों तक हरियाणा में हल्की बारिश और बादलों की आवाजाही बनी रहेगी। 24 और 26 फरवरी को नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से मौसम फिर करवट ले सकता है। किसानों के लिए यह बदलाव चिंता का विषय बन सकता है, क्योंकि अधिक बारिश और ओलावृष्टि से फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना है।