
दस किमी तक लगा है जाम, मेले में भी खाद्यान्न सामग्री की सप्लाई रुकी
जाम में पांच हजार से ज्यादा वाहन फंसे
सांसद दिग्विजय सिंह भी प्रयागराज नहीं जा पाए
प्रयागराज,11 फरवरी। महाकुंभ मेले में जाने और लौटने कारण अलग-अलग हाईवे पर श्रद्धालु जाम फंसे हुए हैं। हालात ऐसे हो गए हैं कि वे आगे भी नहीं जा सकते हैं, नहीं पीछे। रीवा में प्रयागराज हाईवे पर कई दिन से करीब 10 किलोमीटर से भी ज्यादा लंबा जाम लगा हुआ है। एमपी-यूपी बॉर्डर पर वाहनों की लंबी कतारें लगी हैं। जाम में पांच हजार से ज्यादा वाहन फंसे हुए हैं। वहीं जबलपुर से करीब 40 किमी पहले सिहोरा जबलपुर मार्ग पर भी 11 किमी लंबा जाम लगा है।महाकुंभ में संगम स्नान करने के लिए आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। प्रयागराज में पांच दिन से लगातार कई-कई किलोमीटर लंबा भीषण जाम लगने से व्यवस्था चरमरा गई। हाईवे पर दो घंटे की दूरी दस घंटे में पूरी हो रही है। लाखों वाहन जाम में फंसे होने से लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन जाम से निजात दिलाने में पूरी तरह से फेल नजर आया। शहर में मालवाहक वाहनों की एंट्री नहीं हो पा रही है। प्रयागराज में कॉमर्शियल वाहनों का प्रवेश नहीं हो रहा है। ऐसे में दूध-ब्रेड की कमी है। मेले में भी सप्लाई रुक गई है। यह सामान्य नहीं हुआ तो खाद्यान्न का संकट बढ़ सकता है। पेट्रोल पंपों पर भी पेट्रोल-डीजल की किल्लत देखी जा रही है। हालांकि सोमवार देर रात तक हालात में सुधार नजर आया। मंगलवार को भी श्रद्धालुओं की संख्या सामान्य रही। शहर में हालात सामान्य हैं। उधर, जाम के कारण शहर में मालवाहक वाहन पहुंच नहीं पा रहे। शहर की प्रमुख गल्ला मंडी मुट्टीगंज में तमाम व्यापारियों के गोदाम से चीनी, आटा, मैदा, सूजी आदि का स्टॉक तकरीबन खत्म हो चुका है। जिनके यहां माल बचा भी है वह फुटकर दुकानों की मांग के अनुरूप सप्लाई नहीं कर पा रहे हैं। थोक व्यापारियों ने कहा कि अगर अनाज लदे वाहन शहर में नहीं आए तो यहां तमाम जरूरी खाद्यान्न के लिए हाहाकार मचना तय है।
राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह भी जाम के कारण प्रयागराज नहीं जा पाए। इसके अलावा कटनी, मैहर, सतना, रीवा और चाकघाट समेत कई जगहों पर महाकुंभ में जा रहे वाहनों को पुलिस और प्रशासन की टीम रोक रही है। महाकुंभ में स्नान करने गई रायसेन की महिला की मौत हो गई। शायद उनकी दिल का दौरा पड़ने से मौत हुई हो।
लोगों से कहा जा रहा है कि प्रयाग के रास्ते में जाम लगा है, ऐसे में आप लौट जाइए या बाद में आए।इधर, महाकुंभ में स्नान करने गई रायसेन की महिला की मौत के बाद परिजन उनका शव लेने प्रयागराज रवाना हुए, लेकिन भारी जाम के कारण उन्हें वहां पहुंचने में कठिनाई हो रही है। रायसेन के करीब 15 लोग इस जाम में फंसे हुए हैं। बताया जा रहा है कि रविवार की छुट्टी होने और 12 फरवरी को माघ पूर्णिमा होने के कारण श्रद्धालु प्रयागराज की ओर जा रहे हैं। लोग एक दिन पहले ही कुंभ में पहुंचना चाहते हैं। इस वजह से रीवा के गंगेव, चाकघाट, जोगनिहाई टोल प्लाजा, झिरिया टोल प्लाजा, सोहागी घाटी और रायपुर कर्चुलियांन मार्ग पर यात्रियों की भीड़ है। कल यानी शनिवार को भी जाम लग गया था। पुलिस ने गंगेव और चाकघाट में स्टॉप पॉइंट बनाकर रखे हैं
रीवा में 5000 से ज्यादा कारों और बसों को शहर की बॉर्डर और उत्तर प्रदेश के सीमावर्ती चाकघाट समेत अन्य स्थानों पर रोका गया है। प्रयागराज और रीवा, सतना जिलों में जो गाड़ियां फंसी हुई हैं, उनमें सवार लोग जाम से परेशान हैं। अधिकांश लोग अपनी गाड़ियों में खाने-पीने का सामान लेकर निकले हैं। कई लोगों के पास पानी और खाना नहीं है, जिससे वे परेशान हो रहे हैं। स्थानीय दुकानदार उन्हें महंगे दामों में खाद्य सामग्री बेच रहे हैं।
सतना जिले के अमरपाटन में पुलिस ने वाहनों को रोक दिया है। यहां तमिलनाडु कर्नाटक के अधिकांश लोग फंसे हुए हैं। इनका कहना है कि प्रशासन यह नहीं बता रहा कि आखिर उन्हें क्यों रोका गया है। वहीं मैहर में वाहनों का प्रवेश रोक दिया गया है। प्रयागराज से लौटने वाले लोग मैहर में मां शारदा के दर्शन करने जा रहे हैं, लेकिन पुलिस में मैहर शहर के अंदर नहीं घुसने दे रही है। मैहर प्रशासन का कहना है कि यहां भीड़ कंट्रोल से बाहर हो रही थी, इसलिए यह फैसला लिया है।आज की स्थिति में रीवा जिले से प्रयागराज मुख्यालय की 135 किलोमीटर की दूरी तय करने में लोगों को 8 से 10 घंटे लग रहे हैं। मंगवा, कटरा, चाकघाट, सुहागी, जसरा, नारीवारी और प्रयागराज जिले के घूरपुर नैनी क्षेत्र में सड़कों पर वाहनों का रेला दिखाई देता है। पिछले तीन दिन से पुलिस आने-जाने वालों को अलग-अलग स्थान पर रोक रही है ताकि प्रयागराज में अव्यवस्था का माहौल न बनने पाए।