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गुरुग्राम, 3 मई। गुरुग्राम-उत्तराखंड लव जिहाद मर्डर केस में पुलिस नहर में पूजा का कटा सिर तलाश रही है। अजीत उर्फ मुश्ताक ने अपनी लिव इन पार्टनर पूजा की गला रेत कर हत्या करने के बाद कटे सिर को नहर में फेंक दिया था और धड़ को दूसरी जगह फेंक दिया था। मुश्ताक छह दिन की रिमांड पर है। गुरुग्राम पुलिस पूजा के कटे सिर की बरामदगी के लिए उसे अपने साथ उत्तराखंड लेकर गई है। गुरुग्राम पुलिस नदन्ना नहर में पूजा के सिर की तलाश के लिए स्थानीय पुलिस से भी मदद ले रही है।
मुश्ताक ने पिछले साल नवंबर में नदन्ना नहर के पास अपनी लिव इन पार्टनर पूजा की गर्दन को धड़ से काट कर अलग कर दिया था। इसके बाद उसने सिर को प्लास्टिक के कट्टे में बांध कर नहर में बहा दिया था। जबकि, धड़ को गठरी में बांधकर पुल के नीचे फेंक गया था। गुरुग्राम पुलिस ने मुश्ताक को गिरफ्तार कर उसका धड़ तो बरामद कर लिया, लेकिन सिर नहीं मिला था। गुरुग्राम पुलिस ने 30 अप्रैल को मुश्ताक अहमद उर्फ अजीत को उत्तराखंड से गिरफ्तार किया था।
उत्तराखंड के सितारगंज के गौरीखेड़ा निवासी मुश्ताक अहमद और नानकमत्ता की बंगाली कॉलोनी निवासी पूजा की साल 2022 में पहली बार मुलाकात रुद्रपुर रोडवेज बस में हुई थी। उसने अपना नाम अजीत बताकर पूजा को प्रेमजाल में फंसाया। उसकी बीमार मां को देखने के लिए कई बार अपनी टैक्सी से भी ले गया। इसके बाद दोनों गुरुग्राम में लिव इन में रहने लगे। यहां मुश्ताक ने दोनों के साथ रहने से किसी को दिक्कत ना हो तो दिखावे के लिए सितंबर 2024 में शादी भी कर ली। इसके एक माह बाद ही पूजा को धोखा देकर मुश्ताक ने अपनी रिश्तेदारी में ही एक मुस्लिम लड़की से निकाह कर लिया। इस बात का पता पूजा को लगा तो दोनों में झगड़ा होने लगा। इसके बाद मुश्ताक ने पूजा को हमेशा हमेशा के लिए अपने रास्ते से हटाने की साजिश रच ली और उसको अंजाम तक भी पहुंचाया।
वहीं, पूजा की बहन पूर्णिमा का आरोप है कि मुश्ताक ने उसकी बहन से शुरुआत से झूठ बोला। नाम बदलकर संबंध बनाए। लोगों को शक न हो, दिखावे के लिए शादी तक कर ली। इस शादी के एक बाद ही अपने गांव जाकर दूसरी लड़की से निकाह कर लिया। उसने आरोप लगाया कि मुश्ताक उसकी बहन की कमाई से ऐश करता था। उसने जिंदगी भर साथ रहने का वादा कर सितारगंज में एक प्लाट और बाइक भी पूजा के पैसों से खरीदी थी। उसकी बहन निर्मम हत्या करने वाले को फांसी की सजा मिले।
पूजा के लापता होने के बाद उसकी बहन पूर्णिमा 19 दिसंबर 2024 को गुरुग्राम पहुंची थी और सेक्टर-5 थाना पुलिस को उसकी लापता होने की शिकायत दी थी। पुलिस ने पूजा की कॉल डिटेल्स निकाली तो मुश्ताक का नंबर मिला, जिससे उसकी लगातार बात हो रही थी। पुलिस टीम को उत्तराखंड भेजकर मुश्ताक का पता किया तो मालूम चला की वह फरार है। पुलिस ने उसकी कुंडली खंगाली तो पता चला कि वह नाम बदलकर पूजा के साथ लिव इन रिलेशनशिप में रहा था। उसकी और पूजा की आखिरी लोकेशन एक ही थी।
गुरुग्राम पुलिस लगातार मुश्ताक की तलाश कर रही थी, लेकिन उसका पता नहीं चल रहा था। इस मामले में उत्तराखंड पुलिस की भी मदद ली गई। आखिर में साढ़े 5 महीने बाद मुखबीर की सूचना पर पुलिस ने मुश्ताक को उसके गौरीखेड़ा गांव से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पता चला कि वह पुलिस से बचने के लिए कभी कर्नाटक तो कभी नेपाल चला जाता था। 30 अप्रैल को उसने उत्तराखंड से पूजा की सिर कटी लाश बरामद करा दी। पूजा के भाई आशीष विश्वास ने दुपट्टे और कपड़ों से कंकाल रूपी लाश को उसकी बहन की ही होने की पुष्टि की।
उधर, मुश्ताक को लेकर उत्तराखंड रवाना होने से पहले गुरुग्राम पुलिस का कहना था कि पूजा की लाश काफी गली सड़ी हालत में थी, जिसका डीएनए करवाया जाएगा। इसलिए शव को हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। आरोपी की 6 दिन की रिमांड मिली है। उसकी निशानदेही पर पुलिस पूजा का सिर तलाश करने का प्रयास कर रही है। एक टीम उत्तराखंड भेजी गई है। यह टीम पूजा का सिर को तलाशने के लिए उत्तराखंड की पुलिस के साथ दोबारा सर्च अभियान चलाएगी। पुलिस का कहना है कि सिर तलाशना इसलिए भी अहम है, क्योंकि उससे महिला के शव की पहचान पुख्ता हो जाएगी, जो कोर्ट में आरोपी मुश्ताक अहमद को सजा दिलवाने में बड़ा सबूत बनेगा।