
पीड़ित आपातकालीन वार्ड में भर्ती
मकान पर कब्जे को लेकर था भाइयों में विवाद
पंचायती जमीन पर बना हुआ है मकान
गांव से घसीट कर थाने लाने का आरोप
7 घंटे तक थाने में बंधक बनाकर रखने का आरोप
थाने में लाठी-डंडों से पीटने का आरोप
सिर में चोट और पांव में फ्रैक्चर की पुष्टि
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 12 फरवरी। यह दृश्य है फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल के आपातकालीन वार्ड का। यहां पर स्ट्रेचर पर लेटे व्यक्ति के सिर और पैर में पट्टियां बंधी नजर आ रही हैं। जिसको पुलिसकर्मी इलाज के लिए लेकर आए हैं। इस व्यक्ति का आरोप है कि उसकी इस हालत के लिए छायसा थाने का एसएचओ और वे पुलिसकर्मी जिम्मेदार हैं जिन्होंने उसे 7 घंटे तक थाने में बंधक बनाकर मारपीट की। उसने यहां तक आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी उसे घर से घसीटे हुए थाने तक लेकर आए थे। गांव जवा के रहने वाले पीड़ित ने आरोप लगाया कि पंचायती जमीन में बने मकान पर कब्जे को लेकर उसका अपने भाइयों से विवाद चल रहा है। जिसमें एसएचओ उसके भाइयों का साथ दे रहा है।
रामबाबू ने स्ट्रेचर पर लेटे-लेटे बताया कि वह गांव जवा का रहने वाला है। पंचायती जमीन पर बने मकान पर कब्जे को लेकर उसका अपने भाई शारदानंद और राजीव से झगड़ा चल रहा है। 29 जनवरी को भी उसके भाइयों ने उस पर और उसके बेटों पर हमला किया था। जिसमें उन्हें चोटें आई थी, जिसकी बाकायदा उन्होंने मेडिकल लीगल रिपोर्ट भी बनवाई थी और इसकी शिकायत एसएचओ सुरेश चंद को दी थी। लेकिन सुरेश चंद्र ने उनकी दी गई शिकायत पर कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि उल्टे वह उसके भाइयों के साथ मिल गया। एसएचओ मकान पर उसके भाइयों को कब्जा दिलाना चाह रहा था। जब इसका विरोध किया, तब पुलिसकर्मियों ने उनके साथ जमकर मारपीट की और गांव से घसीटते हुए थाने में ले आए। जहां पर सुबह 11 बजे से लेकर शाम के लगभग 6 बजे तक थाने में ही बंधक बना कर रखा। इस दौरान न केवल एसएचओ सुरेश चंद्र बल्कि अन्य पुलिस कर्मियों ने उसे बुरी तरह पीटा और भद्दी-भद्दी गालियां दी। एसएचओ सुरेश चंद्र ने उनके बेटों के सामने ही लाठी से मारकर उसका पांव और हाथ तोड़ दिया। पीड़ित राम बाबू ने आरोप लगाते हुए बताया कि थाने में बेरहमी से पीटने के बाद उसने चोरी-चोरी अपने ही मोबाइल से घायल अवस्था में वीडियो बनाई और उसे वायरल कर दिया। उसे डर है कि पुलिस अब उसका मोबाइल फोन छीन लेगी और उसे और उसके बेटों को और टॉर्चर करेगी।
वहीं, इस मामले में डॉक्टर मनीष दयाल ने बताया कि घायल के सिर में चोट है, पांव में फ्रैक्चर है और हाथ में भी फैक्चर हो सकता है। घायल को इलाज के लिए बादशाह खान सिविल अस्पताल में भर्ती कर लिया गया है।
उधर, पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि जवा गांव में बीती 10 तारीख को दो भाइयों का मकान पर कब्जे को लेकर झगड़ा हो रहा था। जिसकी सूचना मिलने के बाद छायसा थाने का एसएचओ व अन्य पुलिसकर्मी मौके पर पहुंचे थे। इसके बाद रामबाबू और उसके बेटों ने न केवल अपने भाइयों से मारपीट की, बल्कि पुलिस पर भी पथराव कर दिया। जिससे पांच पुलिसकर्मियों को चोटें आई हैं, जिनमें से एक को काफी गंभीर चोटें हैं। जिसके बाद आरोपी रामबाबू और उसके बेटों के खिलाफ उसके भाइयों के बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज की गई है। पुलिस पर हमला करने के आरोप में भी रामबाबू पर धारा 307 व अन्य धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं, पुलिस प्रवक्ता यशपाल ने बताया कि पुलिस पर लगाए गए मारपीट के सभी आरोप निराधार हैं। रामबाबू का पांव उसके गांव में ही पुलिस पर पथराव करते समय लकड़ियों में फंसने के बाद टूटा था। फिलहाल रामबाबू को पुलिस ने ही फरीदाबाद के बादशाह खान सिविल अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया है जहां इसका इलाज चल रहा है।