
अमित परिवार समेत 25 जनवरी को फरीदाबाद से गया था अयोध्या
वहां से महाकुंभ में शामिल होने पहुंचे थे प्रयागराज
33 वर्षीय अमित ने 27-28 की रात को हुए हादसे में गंवाई जान
गोद में लेकर एक वर्षीय बेटे के हाथों से दिलवाई गई मुखाग्नि
फरीदाबाद (अजय वर्मा), 30 जनवरी। यह दृश्य देख किसी पत्थर दिल की भी आंखें भर आएं। चिता को आग लगाते समय इस एक वर्षीय मासूम को यह भी नहीं मालूम है की अब वह कभी भी अपने पिता की गोद में नहीं खेल पाएगा। महाकुंभ हादसा इस मासूम को जिंदगी भर का कभी ना भूलने वाला दर्द दे गया है। 27 जनवरी को ही एकसाल का हुआ यह मासूम अपने परिजनों के साथ फरीदाबाद से 25 जनवरी को अयोध्या गया था और उसके बाद वे महाकुंभ चले गए। वहां से वह अपने हंसते-खिलखिलाते पिता की जगह उनकी निर्जीव देह लेकर लौटा। प्रयागराज में 27-28 जनवरी की रात को हुए दुःखद हादसे में फरीदाबाद के संजय कॉलोनी निवासी 33 वर्षीय अमित ने भी अपनी जान गंवा दी है। अमित अपने पीछे पत्नी, 3 बेटियों और एक बेटे को छोड़ गया है।
फरीदाबाद के संजय कॉलोनी निवासी 33 वर्षीय अमित अपने परिवार के साथ 25 तारीख को अयोध्या के लिए निकला था जहां दर्शन करने के बाद वह परिवार के साथ कुंभ स्नान के लिए प्रयागराज चला गया। 28 और 29 जनवरी की रात भगदड़ में अमित ने अपनी जान गंवा दी। अमित के साथ उसकी मां पत्नी चार बच्चे और एक बहन साथ थी। अमित के चार बच्चों में तीन बेटियां व एक बेटा है अमित की तीन बेटियों में सबसे बड़ी बेटी की उम्र 6 साल है, जबकि सबसे छोटा बेटा इसी 27 जनवरी को 1 साल का हुआ है। अमित की मौत के बाद उसके परिवार पर आर्थिक संकट छा गया है।
अमित की लाश आज फरीदाबाद के संजय कालोनी स्थित निवास पर पहुंची तो उसके परिजनों का रो रोकर बुरा हाल हो गया। अमित का विधिवत रूप से दाहसंस्कार किया गया। दुःखद बात यह है कि उसका दाह संस्कार उसके एक वर्ष के बेटे के हाथों करवाया गया। दाह संस्कार के बाद अमित के घर पर मौजूद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए एक रिश्तेदार युवती ने भगदड़ वाले दिन हुई घटना के बारे में बताया।