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गुरुग्राम: गुरुग्राम के सेक्टर-46 में सफाई व्यवस्था चरमरा गई है। आरडब्ल्यूए का आरोप है कि सेक्टर में पर्याप्त सफाई कर्मचारी तैनात नहीं किए गए हैं। घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए जिस कंपनी को जिम्मेदारी दी गई है। उसने अपना काम किसी दूसरी कंपनी को दे दिया। आलम यह है कि नियमित कूड़ा नहीं उठाने पर जब कंपनी के कर्मचारियों से सवाल किया जाता है, तो वह बवाल मचाने लगते हैं।
सेक्टर-46 आरडब्ल्यूए ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट की ओर से नियुक्त लोकल कमिश्नर राखी शर्मा को ज्ञापन सौंपा है, जिसमें सफाई व्यवस्था में सुधार को लेकर लेकर उच्चस्तरीय जांच कराने की मांग की गई है। आरडब्ल्यूए प्रधान राजकुमार यादव ने कहा कि सफाई के नाम पर जमकर अनियमिताएं बरती जा रही हैं। उनका आरोप है कि यह सब नगर निगम के अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है।
राजकुमार यादव का कहना है कि गुरुग्राम में सेक्टर-46 सबसे बड़ा और सबसे अधिक आबादी वाला सेक्टर है। जनसंख्या के अनुसार उनके सेक्टर में कम से कम 50 सफाई कर्मचारी होने चाहिए थे। 2017 में 37 सफाई कर्मचारियों को सफाई व्यवस्था के लिए नियुक्त किया गया था। इसके बाद इनकी संख्या को नहीं बढ़ाया गया। 37 में से भी सिर्फ पांच सफाई कर्मचारी सेक्टर की सड़कों पर सफाई करते हैं। इस कारण सेक्टर में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो गई है।
यादव ने आरोप लगाया कि नगर निगम ने बिमलराज नाम की कंपनी को घर-घर से कूड़ा उठाने के लिए नियुक्त किया है। लेकिन, इस कंपनी ने किसी दूसरी कंपनी को काम पर लगा दिया। यह कंपनी नियमित कूड़ा उठान नहीं कर रही है। जिसके चलते जगह-जगह कूड़े के ढेर लग रहे हैं। लोकल कमिश्नर ने उचित कार्रवाई का भरोसा दिया है।