
Bilkul Sateek News
नूंह 12 जनवरी। उपायुक्त विश्राम कुमार मीणा ने बताया कि सरकार द्वारा किसानों की आय बढ़ाने व उन्हें पारंपरिक खेती से बागवानी की लाभकारी फसलों के प्रति प्रोत्साहित करने के लिए विभिन्न फसलों पर विशेष अनुदान दिया जा रहा है। इसी क्रम में किसानों को मशरूम प्रोडक्शन व कंपोस्ट यूनिट लगाने पर 40 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। साथ ही नेट हाऊस व पोली हाऊस लगाने के लिए सामान्य जाति के किसानों को 50 प्रतिशत और एससी वर्ग के किसानों को 85 प्रतिशत अनुदान राशि दी जाती है। किसान चार हजार स्क्वेयर मीटर तक का पोली हाऊस नेट हाऊस लगा सकते हैं।
उपायुक्त ने बताया कि मशरूम के गुणकारी लाभों के चलते बाजार में इसकी मांग में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। किसानों में इसकी खेती की सही जानकारी के अभाव में यह बाजार में अधिक मात्रा में उपलब्ध नही होता। जबकि बाजार में इसकी मांग दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला के किसान फसल विविधिकरण के तहत इसकी खेती को अपनाकर बाजार से अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
जिला बागवानी अधिकारी डॉ दीन मोहम्मद ने किसानों को दी जाने वाली अनुदान राशि के बारे में बताया कि उद्यान विभाग द्वारा विभागीय स्कीम के तहत जिला में एक मशरूम कंपोस्ट व एक मशरूम प्रोडक्शन यूनिट लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। उन्होंने बताया कि दोनों यूनिट की अधिकतम यूनिट कोस्ट 20 लाख निर्धारित की गई है। जिसमें 40 प्रतिशत राशि अनुदान स्वरूप दी जाएगी।
डॉ.दीन मोहम्मद ने बताया कि 20 एचपी तक की क्षमता के एक ट्रैक्टर पर 40 से 50 प्रतिशत तक अनुदान दिया जाएगा। वहीं जिला में पैक हाऊस व प्याज भंडारण कक्ष के लिए 50 प्रतिशत तक व पावर टिलर एवं बिडर पर 40 से 50 प्रतिशत तक का अनुदान दिया जाता है। उन्होंने बताया कि अनुदान योजना का लाभ लेने के इच्छुक किसान पहले आओ पहले पाओ के आधार पर hortnet.gov.in पर आवेदन कर सकते हैं। उन्होंने बताया कि अनुदान राशि विभागीय गाइडलाइंस अनुसार ही दी जाएगी। अधिक जानकारी के लिए इच्छुक किसान किसी भी कार्य दिवस पर जिला उद्यान अधिकारी एवं उद्यान विकास अधिकारी कार्यालय में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।