
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 5 अगस्त। यातायात पुलिस गुरुग्राम में तैनात जोनल अधिकारी मेंदाता एएसआई कृष्ण कुमार आज दोपहर करीब 12 बजे अपनी ड्यूटी पर तैनात थे। इस दौरान उन्होंने सड़क पर देखा कि एक कार कुछ झटके लेते हुए अचानक बंद हो गई। एएसआई कृष्ण कुमार बिना कोई देर किए उसी समय कार के पास पहुंचे तो उन्होंने देखा कि कार चालक गाड़ी में बेहोशी की हालत में था। जोनल अधिकारी ने तुरंत कार चालक को अपने साथी कर्मचारियों व आमजन की सहायता से गाड़ी का दरवाजा खोलकर उसे बाहर निकाला। कार चालक की हालत को देखते हुए कृष्ण कुमार ने अपनी नौकरी के दौरान एमरजेंसी की स्थिति में घायल की मदद करने के लिए सिखलाई गई सीआरपी प्रणाली का उपयोग करते हुए उसकी छाती जोर-जोर से दबाई जिससे कुछ समय बाद ही कार चालक के शरीर में कुछ चेतना आई।
कृष्ण कुमार ने कुछ समय बाद कार चालक को होश आने पर उसे पानी पिलाया और थोड़ा आराम कराया जिसके बाद उसकी शारीरिक स्थिति ठीक नजर आई। इसी दौरान कार चालक के मोबाइल पर एक कॉल आया जिसे कृष्ण कुमार ने उठाया। कॉल करने वाले ने बताया कि ये मोबाइल उसके भाई का है। जिस पर कृष्ण कुमार ने कार चालक के भाई को पूरा वाकया बतलाया। उसके भाई ने बतलाया कि यह मेरा भाई है जिसका नाम व पता अजीत पुत्र बनवारी कटारिया निवासी नजदीक मौजी वाला कुंआ, गुरुग्राम का है। कृष्ण कुमार ने उसके भाई को अपनी ड्यूटी की लोकेशन बताई जिस पर कुछ समय बाद ही उसका भाई पहुंच गया। उसके भाई ने बताया कि अब वो अपने भाई का चैक-अप व इलाज खुद करा लेगा।
कार चालक व उसके भाई ने गुरुग्राम पुलिस में तैनात जोनल अधिकारी मेंदाता एएसआई कृष्ण कुमार की जान बचाने के लिए दिल से धन्यवाद किया। उसके भाई ने कहा कि आज आपकी वजह से सही समय पर सीपीआर प्रणाली का उपयोग करने से मेरा भाई जिंदा बच पाया है।