
Bilkul Sateek News
नई दिल्ली, 8 अप्रैल। प्रवर्तन निदेशालय (ED) के गुरुग्राम जोनल कार्यालय ने इंटरनेशनल ड्रग तस्कर जसमीत हकीमजादा के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए उसकी 1.22 करोड़ रुपये की प्रॉपर्टी को अटैच किया है। जसमीत हकीमजादा फिलहाल दुबई में रह रहा है और उसकी अस्थाई रूप से अटैच प्रॉपर्टी गुरुग्राम के सोहना इलाके में है। जसमीत के तार खालिस्तान लिबरेशन फोर्स से भी जुड़े हुए हैं।
दरअसल 27 अगस्त 2024 को ईडी ने दिल्ली में हकीमजादा और उसकी पत्नी के नाम से बैंक लॉकर भी खोजे थे। इन लॉकरों से 1.06 किलो सोना और 370 ग्राम हीरे के जेवर मिले थे। जिन्हें ईडी ने जब्त कर लिया था। ड्रग्स से कमाया गया कैश भारत के अलग-अलग बैंक अकाउंट्स में जमा किया गया था और फिर उसी पैसे से गुरुग्राम में प्रॉपर्टी खरीदी गई थी। इसी प्रॉपर्टी को ईडी ने अटैच किया है।
ईडी ने नेशनल इंवेस्टिगेशन एजेंसी यानि एनआईए की तरफ से दर्ज एक एफआईआर के आधार पर ये कार्रवाई की है। एनआईए ने जसमीत हकीमजादा और कुछ अन्य लोगों के खिलाफ गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम(UAPA) 1967 और NDPS एक्ट 1985 के तहत केस दर्ज किया था। जांच में सामने आया है कि जसमीत हकीमजादा को अमेरिका की सरकार ने महत्वपूर्ण विदेशी मादक पदार्थ तस्कर घोषित कर रखा है। साथ ही उसका नाम विदेशी संपत्ति नियंत्रण कार्यालय की लिस्ट में भी शामिल है।
जांच में ये भी सामने आया है कि हकीमजादा का नाम खालिस्तान लिबरेशन फोर्स (KLF) और इसके पाकिस्तान में छुपे चीफ हरमीत सिंह उर्फ PhD से भी जुड़ा हुआ है। जसमीत भारत में एक बड़ा नार्को-टेरर नेटवर्क चला रहा था। ड्रग्स से कमाया गया पैसा हवाला के जरिए दुबई भेजा जाता था, जिसके लिए अमृतसर के कुछ मनी चेंजर की मदद ली गई थी।