
गुरुग्राम जिले में 28 जून तक किया जा रहा है विशेष टीकाकरण सप्ताह का आयोजन
जनस्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने की दिशा में हरियाणा सरकार की महत्वपूर्ण पहल
विशेष रूप से ड्रॉपआउट और लेफ्टआउट बच्चों पर केंद्रित है टीकाकरण अभियान
खसरा और रूबेला (एमआर) के टीकों से बच्चें होंगे स्वस्थ और सुरक्षित
Bilkul Sateek News
गुरुग्राम, 23 जून। हरियाणा सरकार की ओर से जनस्वास्थ्य को सुदृढ़ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल करते हुए गुरुग्राम जिले सहित प्रदेश भर में 28 जून तक विशेष टीकाकरण सप्ताह का आयोजन किया जा रहा है। इस विशेष टीकाकरण सप्ताह का मुख्य उद्देश्य जिले के ऐसे सभी बच्चों तक टीकाकरण की पहुंच सुनिश्चित करना है, जो किसी कारणवश अब तक टीके से वंचित रह गए हैं। इस सप्ताह के दौरान जिला स्वास्थ्य विभाग द्वारा टीके से वंचित बच्चों को टीकाकरण किए जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है।
डीसी अजय कुमार ने बताया कि यह टीकाकरण अभियान विशेष रूप से ड्रॉपआउट (जिन्होंने टीकाकरण शुरू तो किया पर अधूरा छोड़ दिया) और लेफ्टआउट (जो टीकाकरण से बिल्कुल छूट गए) बच्चों पर केंद्रित है। टीकाकरण के माध्यम से बच्चों को खसरा-रूबेला, पोलियो, डिप्थीरिया, पोलियो, टिटनेस, गलघोटू, काली खांसी, निमोनिया, हेपेटाइटिस-बी, खसरा, रोटा वायरस दस्त, टीबी/तपेदिक, मेनिनजाइटिस, रुबेला जैसी घातक और जानलेवा बीमारियों से सुरक्षा प्रदान की जाएगी। टीकाकरण अभियान को जनसहयोग से सफल बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि जब समाज के प्रत्येक नागरिक की सक्रिय भागीदारी इस प्रकार के जनस्वास्थ्य अभियानों में सुनिश्चित होती है, तभी उनका वास्तविक उद्देश्य पूर्ण होता है। उन्होंने यह भी बताया कि स्वास्थ्य विभाग की टीमों द्वारा घर-घर जाकर पात्र लाभार्थियों को चिन्हित किया जाएगा और उन्हें टीकाकरण के लिए प्रेरित किया जाएगा।
डीसी ने लोगों से अपील करते हुए कहा है कि अपने बच्चों को बीमारियों से बचाने के लिए समय पर सभी जरूरी टीके अवश्य लगवाएं। एक ही संदेश गांव-गांव और शहर-शहर तक पहुंचाना है कि खसरा-रूबेला (एमआर) के दो टीकों से बच्चों को स्वस्थ और सुरक्षित बनाया जा सकता है। इस अभियान को सफल बनाने में आशा वर्करों, एएनएम और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण होगी, जो समुदाय स्तर पर लोगों को जागरूक करेंगे और उन्हें टीकाकरण केंद्रों तक लेकर आएंगे।
डीसी ने बताया डिजिटल टीकाकरण प्रमाण-पत्र की सुविधा भी इस टीकाकरण अभियान के अंतर्गत उपलब्ध कराई जा रही है। इसके लिए ‘यू-विन ऐप’ का उपयोग किया जा सकता है। किसी भी प्रकार की जानकारी या सहायता के लिए नागरिक अपने क्षेत्र की आशा वर्कर, एएनएम या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता से संपर्क कर सकते हैं। जिला प्रशासन और स्वास्थ्य विभाग ने संयुक्त रूप से नागरिकों से आह्वान किया है कि वे इस विशेष टीकाकरण अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और दूसरों को भी इसके लिए प्रेरित करें। यह अभियान न केवल व्यक्तिगत बल्कि सामूहिक स्वास्थ्य की दृष्टि से भी अत्यंत महत्वपूर्ण है।
यूविन पोर्टल से डाउनलोड किए जा सकते हैं सर्टिफिकेट
सीएमओ गुरुग्राम डॉ. अलका सिंह ने बताया कि अभियान के तहत शिविर में बच्चों को मीजल और रूबेला से बचाव के लिए टीके लगाए जाएंगे. इसके अलावा, इस विशेष अभियान में बच्चों के वैक्सीन सर्टिफिकेट को केंद्र सरकार के यूविन पोर्टल पर भी अपलोड किया जाएगा। इससे बच्चे के अभिभावक को एक यूनीक आईडी नंबर दिया जाएगा। उसके जरिये बच्चों के अभिभावक वैक्सीन सर्टिफिकेट भी यूविन पोर्टल पर जाकर डाउनलोड कर सकेंगे।
कई जगहों पर चलाया जाएगा अभियान
सीएमओ ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा चलाए जाने वाले टीकाकरण अभियान में सभी वंचित बच्चों को कवर किया जाएगा जाता है। इस विशेष अभियान में बच्चों व गर्भवतियों का टीकाकरण किया जाएगा। यह टीकाकरण गर्भवती के गर्भ में पल रहे बच्चे व गर्भवती दोनों की कई तरह की बीमारियों से रक्षा करता है। यह टीकाकरण गुरुग्राम जिले के सभी अस्पतालों समेत प्राथमिक और सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर भी किया जाएगा।