
चंडीगढ़: आज महाशिवरात्रि है, और भक्त भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती की पूजा-अर्चना में लीन हैं। आज के दिन व्रत रखने से घर में सुख-समृद्धि आती है। विशेष रूप से, कुंवारी लड़कियों को इस दिन व्रत रखना चाहिए। मान्यता है कि महाशिवरात्रि का व्रत रखने से कुंवारी लड़कियों को मनचाहा जीवनसाथी मिलता है। शास्त्रों के अनुसार, आज ही के दिन भगवान भोलेनाथ और माता पार्वती का विवाह हुआ था। इसलिए, कुंवारी लड़कियां आज के दिन अच्छे वर की कामना से व्रत रखती हैं।
महाशिवरात्रि के मौके पर, हरियाणा के सभी शिवालयों में सुबह से ही भक्तों की भारी भीड़ देखी जा रही है। प्रदेश में बारिश के बावजूद, श्रद्धालु मंदिरों में पूजा-अर्चना के लिए उमड़ रहे हैं। भक्त दूध, दही, गंगाजल और फल लेकर भगवान शिव का अभिषेक कर रहे हैं। शिव मंदिरों में भी शिवरात्रि की पूजा के लिए विशेष इंतजाम किए गए हैं। मंदिरों को आकर्षक ढंग से सजाया गया है।
महाशिवरात्रि 26 फरवरी को सुबह 11:08 बजे से शुरू हो रही है और 27 फरवरी को सुबह 8:54 बजे समाप्त होगी। आज भगवान शिव के पहले जलाभिषेक का शुभ मुहूर्त सुबह 6:48 बजे से 9:41 बजे तक रहेगा। निशिता काल का शुभ मुहूर्त रात 12:09 बजे से 12:59 बजे तक रहेगा। दिन में पूजा के शुभ मुहूर्त इस प्रकार हैं: पहला मुहूर्त सुबह 8:15 बजे से 10:00 बजे तक, दूसरा मुहूर्त 10:00 बजे से 12:00 बजे तक, तीसरा मुहूर्त 12:00 बजे से 2:00 बजे तक और चौथा मुहूर्त 2:00 बजे से 4:00 बजे तक।
पारण का मुहूर्त: महाशिवरात्रि व्रत का पारण 27 फरवरी को सुबह 6:48 बजे से 8:54 बजे के बीच किया जा सकता है। यह समय पारण के लिए शुभ है।
भगवान भोलेनाथ के जलाभिषेक का विशेष महत्व है। उनका अभिषेक करते समय दूध, दही, शहद और गंगाजल का मिश्रण अर्पित करें। कुछ भक्त गन्ने के रस से भी भगवान शिव का अभिषेक करते हैं। कहा जाता है कि आज के दिन भगवान शिव के जलाभिषेक से एक साल की पूजा के बराबर फल मिलता है। महाशिवरात्रि की पूजा के दौरान भगवान भोलेनाथ को बेलपत्र, भांग, धतूरा, अक्षत आदि अर्पित करें। रात के चारों पहर भगवान शिव की पूजा करने से विशेष लाभ मिलता है। इससे सभी प्रकार के कष्ट दूर होते हैं और भगवान शिव की कृपा बनी रहती है। घर में सुख-समृद्धि का वास होता है।