
एक आरोपी पुलिस रिमांड पर
गुरुग्राम: 17 जनवरी। जनधन योजना के नाम पर लोगों के बैंक खाते खुलवाकर दस्तावेज अपने अन्य साथी साइबर ठग को दस हचार रुपए बेचते थे। इस मामले में पुलिस ने आज गुरुग्राम में दो आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने एक आरोपी को अदालत में पेश किया जहां से उसे एक दिन की पुलिस रिमांड भेज दिया गया।एक व्यक्ति ने थाना साइबर अपराध पश्चिम में 14 जनवरी को लिखित शिकायत दी कि उसकी मुलाकात दो व्यक्तियों से हुई थी, जिन्होंने बताया कि वे लोग जन धन योजना के तहत बैंक में खाता खोलते हैं जिसमें प्रत्येक महीने 7000 रुपए सरकार द्वारा दिए जाते हैं। इसके बाद उसने तथा पत्नी का बैंक खाता खुलवाया। बैंक खाता खुलवाने के बाद इन लोगों ने इसके जरिए एटीएम कार्ड तथा बैंक खाते में रजिस्टर मोबाइल नंबर ले लिया और कहा कि सरकारी कार्यालय में जाकर जन धन योजना के तहत रजिस्टर करने के बाद इनको एटीएम कार्ड व मोबाइल नंबर वापस मिल जाएगा। जब कई दिनों तक उसे बैंक एटीएम कार्ड तथा मोबाइल नंबर वापस नहीं दिए तो उसने बैंक में जाकर पता किया तो ज्ञात हुआ कि उनके बैंक खाता से काफी रुपयों का लेनदेन हुआ है। उन व्यक्तियों ने फर्जी तरीके से जन धन बैंक खाता योजना के नाम पर खाता खुलवाकर उसके व पत्नी के बैंक खातों में फ्रॉड ट्रांजेक्शन की है। इस शिकायत पर थाना साइबर पश्चिम, गुरुग्राम में संबंधित धाराओं के तहत अभियोग अंकित किया गया ।
पुलिस टीम ने 15 जनवरी को दो आरोपियों को सेक्टर-10, गुरुग्राम से काबू किया। आरोपियों की पहचान साहुन निवासी गांव किरणकी, गुरुग्राम व अजहरुद्दीन उर्फ अजरू निवासी पुनहाना, नूंह के रूप में हुई। पुलिस पूछताछ में ज्ञात हुआ कि दोनों आरोपी लोगों को जनधन योजना के तहत बैंक खाता खोलकर उसमें सरकार द्वारा रुपए डालने की बात कहकर बैंक खाता खुलवाते थे। बैंक खाता खुलवाने के लिए आरोपी फर्जी एग्रीमेंट व बिजली बिल तैयार करवाते थे। बैंक खाता खुलने के बाद बैंक खाता धारक से सरकारी कार्यलय में बैंक खाता रजिस्टर करने के नाम पर बैंक का एटीएम कार्ड व रजिस्टर मोबाइल नंबर ले लेते थे। इसके बाद उन बैंक खातों को 10 हजार रुपए में अपने एक अन्य साथी आरोपी को बेच देते थे। पूछताछ व बरामदगी के लिए आरोपी साहुन को अदालत से एक दिन के पुलिस हिरासत रिमांड पर लिया गया है।